क्या है विहंगम योग ?
सेवा सत्संग और साधना की त्रिवेणी है | ज्ञान का वास्तविक स्वरुप है | ज्ञान का
चेतन स्वरुप है | यह भक्ति की चेतन युक्ति है,ये भक्ति का चेतन मार्ग है |एक परिभाषा
नहीं है,अनन्त- अनन्त परिभाषाएँ हैं ,यह हमारी भारत की प्राचिनत्तम विद्या है |भारत
की प्राचीनत्तम विद्या का नाम ब्रह्म विद्या है | यह भक्ति का विशुद्ध स्वरुप है,यह प्रेम की प्रकाष्ठा है, यह
प्रेम का वास्तविक स्वरुप है, यह श्रद्धा का वास्तविक स्वरुप है, स्वयं से जुड़ने की
विद्या है | उस परमात्म-शक्ति से जुड़ने की
विद्या है |
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